उसके सिवा कोई मेरे जज्बात में नहीं
आँखों में जो नमी है वो बरसात में नहीं
पाने की उसे कोशिश बहुत की मगर ऐ दोस्तों
वो इक लकीर है जो मेरे हाथ में नहीं।।
आँखों में जो नमी है वो बरसात में नहीं
पाने की उसे कोशिश बहुत की मगर ऐ दोस्तों
वो इक लकीर है जो मेरे हाथ में नहीं।।
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