Wednesday 13 July 2016

ये बरसात

ये बरसात मुझसे कुछ कह गई
आज फिर मेरी बाहों में उसकी कमी रह गई

इक पल के लिए उसे छुआ मैंने
और
आज फिर उसकी याद बारिश की तरह पानी में बह गई..

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